मित्रो नमस्कार
एकाउंट्स व एकाउंट्स जॉब के बारे मे जानकारी देने के लिए इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताना चाहते है कि व्यापार मे अव्यवस्थित एकाउंट्स की वजह से जो गति मिलनी चाहिए वह नहीं मिल पाती व पारदर्शिता के आभाव में व्यापारी हमेशा आशंकित रहता है कि वर्तमान मे हम व्यापार में क्या प्रगति कर रहे है और अपने व्यापार का सही - सही मूल्यांकन नहीं कर पाता। जिन व्यापारिक संस्थानों में एकाउंट्स सेक्शन के कर्मचारी अनुभवी व एकाउंट्स कार्य में तकनीक के जानकार होते है उस संस्थान मे अपने अन्य विभागों की कमजोरियां व खामिया को तुरन्त ठीक कर दिया जाता है अन्यथा बहुत जगह देखा गया है कि या तो व्यापार मे बहुत उतार चढाव होते है या बंद होने की कगार पर आ जाता है।
आज का युग तकनीक का है और अब लगता है की विश्व में इस तकनीक का प्रवाह भारत की ओर चल रहा है, आज से पहले शायद ऐसा नहीं था इसीलिए लोग पढलिख कर विदेशो में नोकरीयां करते थे या ऐसा सोचते थे, परन्तु आज स्थिती यह कि हमारे यहाँ भी तकनीक अनुभवी व्यक्तियों का टोटा (कमी) है।
क्रमश ........
नरेन्द्र सिंह चम्पावत (रणसीगाँव)
जोधपुर
narendrachampawat@gmail.com
एकाउंट्स व एकाउंट्स जॉब के बारे मे जानकारी देने के लिए इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताना चाहते है कि व्यापार मे अव्यवस्थित एकाउंट्स की वजह से जो गति मिलनी चाहिए वह नहीं मिल पाती व पारदर्शिता के आभाव में व्यापारी हमेशा आशंकित रहता है कि वर्तमान मे हम व्यापार में क्या प्रगति कर रहे है और अपने व्यापार का सही - सही मूल्यांकन नहीं कर पाता। जिन व्यापारिक संस्थानों में एकाउंट्स सेक्शन के कर्मचारी अनुभवी व एकाउंट्स कार्य में तकनीक के जानकार होते है उस संस्थान मे अपने अन्य विभागों की कमजोरियां व खामिया को तुरन्त ठीक कर दिया जाता है अन्यथा बहुत जगह देखा गया है कि या तो व्यापार मे बहुत उतार चढाव होते है या बंद होने की कगार पर आ जाता है।
आज का युग तकनीक का है और अब लगता है की विश्व में इस तकनीक का प्रवाह भारत की ओर चल रहा है, आज से पहले शायद ऐसा नहीं था इसीलिए लोग पढलिख कर विदेशो में नोकरीयां करते थे या ऐसा सोचते थे, परन्तु आज स्थिती यह कि हमारे यहाँ भी तकनीक अनुभवी व्यक्तियों का टोटा (कमी) है।
क्रमश ........
नरेन्द्र सिंह चम्पावत (रणसीगाँव)
जोधपुर
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